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Thursday 23 November 2017

पिता ने चचेरे भाई के साथ मिलकर करवाया तीन बच्चों का मर्डर।



कुरुक्षेत्र। चचेरे भाई से पिता ने अपने ही तीन बच्चों की हत्या करवा दी। इसके पीछे का कारण था उसकी गर्लफ्रेंड, जिससे वह शादी करना चाहता था। इस शादी में उसकी फैमिली आड़े आ रही थी। इस वजह से उसने पहले बच्चों की हत्या करवाई। इसके बाद पत्नी की लापरवाही बताकर तलाक देने की फिराक में था। पुलिस गिरफ्त में भतीजों के आरोपी चाचा ने हत्या की पूरी कहानी सुनाई है। उसने कहा है कि बच्चों की पीठ पर गोली मारकर पहाड़ी से धक्का दिया था। 10 महीने पहले ही जताई थी शादी की इच्छा...

हत्या की साजिश रचने वाला सोनू अपनी पत्नी से छुटकारा पाना चाहता था। कैथल में फोटोग्राफर की दुकान चलाने वाले सोनू के हिमाचल की एक महिला के साथ संबंध बन गए थे।

10 माह पहले उसने इस महिला से शादी की इच्छा जताई तो घर में हंगामा हुआ था। हालांकि तब परिजनों ने समझा-बुझा कर मामला शांत करवा दिया था।

पिता जीता राम कहते हैं कि वे तो यही समझ रहे थे कि सोनू मान गया है लेकिन क्या मालूम था कि उसके मन में इतनी क्रूर मंशा पल रही है।

हत्यारे चचेरे भाई जगदीप ने ये बताई कहानी

मेरे चचेरे भाई सोनू को फोटोग्राफी का शौक था। फोटोग्राफी स्टूडियो में उसकी मुलाकात हिमाचल की एक महिला से हुई थी। दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। वे कई-कई दिन तक बाहर साथ भी रहे। दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन पत्नी और बच्चे बीच में रोड़ा थे। सोनू प्लान बनाया कि बच्चों का मर्डर करवाकर लाशों को ठिकाने लगवा देगा। बच्चों की देखरेख में लापरवाही बता पत्नी को घर से निकाल देगा। इसके बाद तलाक लेकर हिमाचल की महिला से शादी कर लेगा। गांव में जमीन अच्छी है। इसमें से कुछ बेच देगा। कुछ रुपए जगदीप को देकर बाकी रुपयों से गांव को छोड़कर बाहर रहने का बंदोबस्त करेगा। सोहन ने मुझे प्लान बताया और रुपयों का लालच देकर इसमें शामिल कर लिया। उसने उत्तर प्रदेश से इंडियन मेड पिस्टल लाकर दी। मैं लालच में गया। मैंने प्लानिंग के तहत रविवार को बच्चों को स्विफ्ट गाड़ी में बिठाया और कहा कि कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का मेला देखते हैं। वहां पहुंचकर बोला कि पहाड़ देखने चलते हैं। इसके बाद मैं बच्चों को पंचकूला के मोरनी में ले गया। मैंने गाड़ी का म्यूजिक तेज कर दिया। शीशे और दरवाजे बंद कर दिए। इसके बाद एक-एक बच्चे को बाहर बुलाया और पहाड़ी की ओर देखने को कहा। इसके बाद पीठ में गोली मारकर खाई में धक्का देता रहा।'

पुलिस ने शुरू में दिखाई सुस्ती, बाद में बनाई 6 टीमें

सारसा से रविवार को तीन बच्चों समीर-समर सिमरन के लापता होने की सूचना पर पुलिस जांच की रफ्तार सुस्त रही। शुरुआती दौर में पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठे रही।

अकेले पिहोवा एसएचओ मामले को ट्रेस करने में दिलचस्पी लेते नजर आए। सोमवार को ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। जिस पर कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में एकत्रित होकर परिजनों समाज के लोगों ने जाम लगाने की बात कही।

इसी बीच शाम चार बजे एसपी अभिषेक गर्ग ने ग्रामीणों को मिलने के लिए बुलाया।

उन्हीं के सामने सीआई वन और टू सहित पुलिस की छह टीमें गठित करके अलग-अलग जगह पर लगाई। 24 घंटे के अंदर पुलिस ने केस को ट्रेस कर लिया

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