भीलवाड़ा. यहां के एक पूर्व सैनिक की अंतिम यात्रा जिसने भी देखी उसकी आंखे नम हो गईं। दरसल उस अंतिम यात्रा में पिता के पार्थिव शरीर को कंधा उनकी 6 बेटियां दे रही थी। मोक्ष धाम पहुंचने के बाद अंतिम संस्कार भी सभी बेटियों ने मिलकर किया।पिता की इच्छा थीं बेटियां ही करें अंतिम क्रिया...
न्यू बापूनगर में रहने वाले पूर्व सैनिक लालचंद संगतानी की 6 बेटियां हैं। उनका कोई बेटा नहीं है, लेकिन बेटियों ने कभी उन्हें बेटे की कमी महसूस नहीं होने दी।
बताया जाता है कि वे कहते भी थे- मेरी बेटियां बेटों से कम नहीं हैं। उनकी इंतिम इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनका अंतिम क्रिया उनकी बेटी ही करें।
इस इच्छा के मुताबिक, मोक्षधाम तक बेटियां रथ में उनकी पार्थिव शरीर के साथ थीं और अंतिम संस्कार भी बेटियों ने साथ किया।
68 साल के संगतानी नेवी से रिटायर्ड होने के बाद पंजाब नेशनल बैंक में प्रोबेशन आॅफिसर भी रहे।
परिवार में पत्नी जानकीदेवी और भाई के अलावा 6 बेटियों में से बड़ी बेटी एकता संगतानी पुणे में पीएचडी कर रही हैं। जबकि, दूसरी बेटी नीलम भी वहीं एमबीए करके जॉब करती हैं। संगम, अनिता, मीनाक्षी और भाग्यश्री भी पढ़ाई कर रही हैं।
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