गुरदासपुर.पंजाब सरकार की ओर से आंगनबाड़ी सेंटरों में पढ़ने वाले बच्चों को प्राइमरी स्कूलों में मर्ज करने के आदेश जारी किए हुए हैं। इन आदेशों का आंगनबाड़ी वर्करों द्वारा विरोध किया जा रहा है। उनका कहना है कि पंजाब सरकार ऐसा करके उन्हें बेरोजगार करना चाहती है, यह रद्द करवाने के लिए वह पिछले लंबे समय से संघर्ष भी कर रही हैं। आंगनबाड़ी वर्करों के चल रहे संघर्ष के तहत आज पूरे पंजाब में जेल भरो आंदोलन के तहत उन्हें गिरफ्तारियां देनी थीं। इसके लिए गुरदासपुर की करीब 300 आंगनबाड़ी वर्कर गुरु नानक पार्क में सुबह 11 बजे इकट्ठी हुईं। ये था भिड़ने का कारण...
दोपहर 12 बजे जब आंगनबाड़ी वर्कर गिरफ्तारी देने के लिए डीसी ऑफिस की तरफ बढ़ने लगीं तो पंजाब पुलिस द्वारा उन्हें पार्क में ही रोकने की कोशिश की लेकिन यह कोशिश कामयाब नहीं हुई।
आंगनबाड़ी वर्कर पार्क की दीवारें फांदकर डीसी ऑफिस की तरफ बढ़ गईं। इस दौरान हल्की लाठीचार्ज भी करनी पड़ी। इसमें दो वर्करों की हड्डी टूटी, एक अन्य जख्मी हो गई। इसके अलावा कुछ पुलिस महिला कॉन्स्टेबल भी जख्मी हुई।
डीसी ऑफिस के बाहर एक महिला कॉन्स्टेबल ने वर्कर को थप्पड़ तक जड़ दिया जिससे वर्कर भड़क गईं।
पार्क में नहीं रोक पाई तो पुलिस ने रास्ते पर बेरिकेड्स लगाए
गुरु नानक पार्क में जब पुलिस आंगनबाड़ी वर्करों को नहीं रोक पाई तो उन्होंने डीसी ऑफिस को जाने वाले रास्ते पर बेरीकेड्स लगा दिए।
यहां वर्करों व लेडी पुलिस में गहमागहमी हो गई। उन्हें वहां से हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
इसके चलते तीन वर्कर जगीतकौर, अमरजीत कौर व अनीता जख्मी हो गईं। इस दौरान कुछ महिला पुलिस कर्मचारी भी जख्मी हुईं।
धक्का-मुक्की कर जब आंगनबाड़ी वर्कर डीसी ऑफिस पहुंची तो उन्हें वहां पर अरेस्ट नहीं किया गया।
जमीन पर बैठकर खाया खाना
आंगनबाड़ी वर्कर डीसी ऑफिस से पैदल ही केंद्रीय जेल की तरफ चल पड़ीं और वहां जेल गेट के सामने धरना लगाकर बैठ गईं।
शाम 4 बजे तक जब उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया तो उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया और कहा कि अगला संघर्ष पंजाब बॉडी की रणनीति के तहत किया जाएगा।
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