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Saturday 18 November 2017

जहां हुई पिता की मौत,10 साल बाद वही गयी बेटे की जान



गोड्‌डा (झारखंड)। इसीएल की राजमहल परियोजना ललमटिया में शुक्रवार को डाेजर पलटने से उसका ऑपरेटर, मशीन के अंदर ही दब गया और उसकी मौत हो गई। मृतक ऑपरेटर राजीव कुमार सिंह समस्तीपुर (बिहार) के सुल्तानपुर गांव का रहने वाला था। दस वर्ष पहले इनके पिता की भी मौत यही पर हुई थी। अनुकंपा के आधार पर ही इनकी नौकरी राजमहल परियोजना ललमटिया में हुई थी। ऑपरेटर राजीव की मौत पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

लोगों का कहना है कि राजीव जब इसीएल ललमटिया का कर्मचारी था, तो फिर वह प्राइवेट आउटसोर्सिंग कंपनी आरएमसीएल के केसिंग साइट पर कैसे काम कर रहा था। वहां पर तो आउटसोर्सिंग कंपनी के ही लोगों को काम करना चाहिए था।

लोग पहले भी यह आरोप लगाते रहे हैं कि अधिकांश मशीन इसीएल राजमहल परियोजना ललमटिया की है और उसी से आउट सोर्सिंग कंपनी आरएमसीएल काम ले रही है।

वैसे इसीएल प्रबंधन इसे महज अफवाह कहकर टालती रही है। इस घटना ने लोगों के आरोप को और मजबूत कर दिया है।

लोग आरोप लगाते रहे हैं कि इसीएल ललमटिया के डीजल का भी उपयोग दूसरी कंपनी कर रही है और लाभ को आपस में बांट लेती है। जिससे इसीएल ललमटिया की हालत दिनो दिन खस्ता होती जा रही है।

डाेजर में ना गेट था ना ही सुरक्षा बेल्ट

राजीव के परिजनों का कहना है कि डाेजर में ना ही गेट था, ना ही सेफ्टी बेल्ट। सुरक्षा के सारे मापदंडों को ताक पर रखकर काम लिया जा रहा था। अगर डाेजर में गेट भी रहता तो राजीव की जान बच जाती।

इनके परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। वहां के कामगारों ने जीएम खनन डी के नायक के सामने ही सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर जबरन काम लेने का आरोप लगाया।

आरएमसीएल से दस लाख मुआवजा देेने की मांग

राजीव की मौत के बाद परियोजना प्रबंधक कार्मिक शिवाजी राव यादव से मुआवजा की राशि तथा नौकरी देने की मांग की गई।

वहीं विभिन्न श्रमिक संगठनों ने बिरला की कंपनी आरएमसीएल से 10 लाख की राशि देने की मांग की है। गत वर्ष दिसंबर के अंतिम दिन इसी खदान में मिट्टी धंसने से 23 लोगों की मौत हो गई थी।

इसमें से 18 शव को तो निकाला गया, पर आजतक 5 शव दबे ही रह गए। इतनी बड़ी घटना के बाद भी कंपनी ने सुरक्षा को लेकर कोई सबक नहीं लिया।

राजमहल परियोजना प्रबंधक कार्मिक शिवाजी राव यादव का कहना है कि इसीएल ललमटिया का डोजर कैसे निजी कंपनी के साइट पर काम कर रहा था। इसकी जांच की जाएगी। इन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को नियमानुसार मुआवजे की राशि जल्द दे दी जाएगी।

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