कैसे भगवंत मान को थाने ले गई पुलिस, करप्शन के खिलाफ उठा रहे थे आवाज, भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के 19 विधायक जो उनके समर्थन करते हुए, सीएम आवास का करना चाहते थे घेराव।
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सिटी सेंटर घोटाले और अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के घोटाले में शामिल होने को लेकर आम आदमी पार्टी ने उनके खिलाफ चंडीगढ़ में जमकर प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के 19 विधायक और उनके समर्थक इस मामले में सीएम आवास का घेराव करना चाहते थे, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें एमएलए हॉस्टल में ही रोक लिया।
- जब विधायकों ने इसका विरोध किया और बैरिकेट तोडऩे की कोशिश की तो पुलिस ने उनको वाटर कैनन से खदेड़ा।
- इसके बाद विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा और आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान भगवंत मान को गिरफ्तार कर लिया।
- पुलिस उन्हें सेक्टर-17 के थाने में ले गई है। इस प्रदर्शन में लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधु विधायक भी शामिल रहे।
गौर तलब है कि अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट और सिटी सेंटर घोटाले को लेकर मोहाली की अदालत में कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ विजिलेंस द्वारा जांच के बाद केस चल रहे हैं। इन केसों में विजिलेंस ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट भी दे दी थी, लेकिन कोर्ट ने इसे मानने से इनकार कर दिया।
आम आदमी पार्टी के नेताओं की मांग की थी, कैप्टन अमरिंदर सिंह या तो अपने पद से इस्तीफा दे और या फिर इस मामले की जांच सीबीआई के हवाले की जाए, क्योंकि सत्ता में रहते वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं। विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खुल्लर का कहना है की कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास विजिलेंस ब्यूरो का चार्ज है ऐसे में उनसे सही जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती।
इसके अलावा पार्टी ने रेत खनन के मामले में राणा गुरजीत सिंह को कथित तौर पर दी जा रही क्लीन चिट को भी अपने प्रदर्शन का मुद्दा बनाया। उनका आरोप है कि एक बोगस कमीशन का गठन करके सरकार ने अपने मंत्री को बचाने की कोशिश की है। खैहरा ने कहा यदि इस केस की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से करवाई जाती तो इससे साफ करप्शन वाला कोई भी केस नहीं है।
मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने अपने रसोइए के नाम पर करोड़ों रुपए के ठेके लिए हैं, जबकि नारंग कमीशन ने यह पैसा कहां से आया इसकी कोई जांच नहीं की। साफ है कि राणा गुरजीत को क्लीन चिट देने के इरादे से ऐसा किया गया है।
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