बैंक से शिकायत मिलने के बाद, हमने एक जांच शुरू
लुधियाना पुलिस ने बुधवार को 11 लोगों को नकली दस्तावेजों के जरिए 67.5 लाख रुपये का ऋण लेने का आरोप लगाया था और फिर उसे चुकाने में असफल रहे थे। लुधियाना के स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के प्रबंधक सालेम तटाबरी शाखा की शिकायत पर फोकल प्वाइंट पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने कहा कि आरोपी को छह लक्जरी वाहनों का वित्तपोषण मिला, लेकिन बाद में यह पाया गया कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज जमा किए। इसके अलावा, वाहनों को बेच दिया गया है। सहायक उप-निरीक्षक बलबीर सिंह ने कहा कि इस मामले में जांच शुरू की गई है।
बैंक से शिकायत मिलने के बाद, हमने एक जांच शुरू की, जिसमें हमने पाया कि ऋण प्राप्त करने के लिए आरोपी द्वारा जमा दस्तावेज बनाये गए थे,
उन्होंने कहा कि आरोपियों, अनिल कुमार, टीना, करन साहनी, प्रदीप कुमार, गुरुजींदर पाल सिंह, जगदीप सिंह, आशू निहार, नरिंदर सिंह, अनंत सूद, रोहित जैन और प्रवीण कुमार, लुधियाना के सभी निवासियों के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी) , 465 (जालसाजी के लिए सजा), 467 (बहुमूल्य सुरक्षा की चोरी, इच्छा, आदि) और 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य के लिए जालसाजी) आईपीसी के तहत ऑफ आई आर दर्ज़ की है।
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