बलरामपुर। जिले के ललिया थानाक्षेत्र में हुई अंखोफड़वा हत्याकांड की गुत्थी को सोमवार को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में एक अभियुक्त ने कहा, '' मृतक का उसकी बहन से अवैध संबंध था। जब मना किया तो जान से मारने की धमकी देने लगा इस तरह से उनकी हत्या करना मेरी मजबूरी बन गई। '' आगे पढ़ा कैसे दिया वारदात को अंजाम ...
घटना 11 अक्टूबर की है कहा जाता है कि यहां के निवासी लालजी वर्मा (मृतक) का रमेश की बहन के साथ अवैध संबंध था। यह बात धीरे-धीरे गांव में फैल गई थी।
इस बात से रमेश अक्सर नाराज हो रहा है। जब कभी वह लालजी को ऐसा करने से मना करता था तो वह जान से मारने की धमकी देकर डरा देता था
उसकी हरकतें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थी। ऐसे में रमेश ने समाज में हो रही बदनामी के चलते उसे रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया और उसने इस काम में अपने दोस्त तरुण वर्मा की मदद ली।
घटना के दिन शाम को लालजी खेत की ओर शौच करने गया था। तभी रमेश और तरुण ने उसे दबोच लिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। फिर उसकी आंखें फोड़कर कर हंसिये से बाहर निकाल दिया।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
-ललिया थाना प्रभारी देवेंद्र पांडेय ने बताया, दोनों आरोपी शहर से बाहर के भागने की फिराक में थे। मुखबिर की सूचना पर उन्हें बलरामपुर रेलवे स्टेशन से पकड़ने में सफलता मिली है।
-पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हंसिया, कपड़े, चप्पल और मोबाइल बरामद किया गया है।
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