“मेरे बाद कौन पालेगा मेरा परिवार’ ये शब्द अपने सुसाइड नोट में लिखने के बाद 45 वर्षीय स्क्रैप कारोबारी विनोद पुनिया ने 43 वर्षीय पत्नी सुजाता और 12 वर्षीय बेटे प्रिंस की हत्या के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। यह वारदात सोमवार देर रात बाहरी जिले के निहाल विहार थाना क्षेत्र में हुई। इसकी सूचना मंगलवार सुबह करीब दस बजे विनोद के बड़े बेटे नितिन (22) ने पुलिस और अपने चाचा को दी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें विनोद ने दोनों की हत्या और खुदकुशी की बात लिखी है। कारोबार बंद...
- जिला पुलिस अतिरिक्त उपायुक्त पंकज सिंह के मुताबिक विनोद अपने परिवार के साथ बी-38 लक्ष्मी पार्क निहाल विहार इलाके में रहता था। विनाेद का स्क्रैप का कारोबार था, लेकिन कारोबार में घाटे के चलते करीब सात साल पहले उसे अपना कारोबार बंद करना पड़ा।
- इसके बाद से वह पत्नी और बेटे के साथ घर पर ही रहता था। जबकि नितिन एक निजी कंपनी में काम करता था। लंबे समय से काम न करने और व्यापार में घाटा होने के चलते विनोद डिप्रेशन का शिकार हो गया। ऐसे में पिछले कुछ सालों से उसका नजदीकी अस्पताल से डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। घर पर रहने के चलते अक्सर विनोद और सुजाता का झगड़ा होता था।
- सोमवार को रात करीब दस बजे सभी ने खाना खाया और सोने के लिए चले गए। नितिन खाना खाने के बाद अपने चाचा के घर चला गया।
- इसके बाद देर रात विनोद ने पत्नी और बेटे पर बेस बॉल के डंडे से हमला कर दिया, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
- इसके बाद विनोद ने उन पर चाकू से आधा दर्जन वार किए। चाकू के गंभीर घाव से दोनों की मौत हो गई। दोनों की मौत पुख्ता करने के बाद विनोद ने सुसाइड नोट लिख उसी कमरे में पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली।
-चाचा के घर गया था बड़ा बेटा, सुबह चार बजे लौटा और सो गया, 10 बजे उठा तो पता चला
सोमवार रात खाना खाने के बाद नितिन अपने चाचा के घर चला गया था, जिसके बाद सुबह 4 बजे वह घर वापस आया और सो गया। सुबह 10 बजे जब नितिन उठा तो उसने घर में किसी को न देखकर मम्मी को आवाज लगाई। लेकिन जवाब न आने पर जब वह ऊपर गया तो उसने देखा कि दीवार खून से सनी थी और सुजाता और प्रिंस के शव नीचे फर्श पर पड़े थे। जबकि विनोद का शव पंखे से लटका था।
#बच्चे के सिर से मिले घाव के पांच निशान
घटनास्थल पर पुलिस पहुंची तो वह सबसे पहले विनोद के मकान की दूसरी मंजिल पर गई, जहां एक कमरे में फर्श पर खून बिखरा था। जबकि दूसरे कमरे में बेड पर बिस्तर की चादर बिखरी हुई थी और यहां पर 12 साल के प्रिंस और उसकी मां सुजाता की लाश पड़ी थी। दीवारों पर खून के छींटे थे। इसके बगल के कमरे में विनोद का शव पंखे से लटक रहा था।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में बात सामने आई है कि घटना सोमवार देर रात से सुबह के बीच की है। आशंका है कि विनोद ने घटना को रात दो बजे अंजाम दिया। सुजाता का सिर बुरी तरह फटा हुआ मिला। पुलिस को घटनास्थल से एक डंडा, चाकू व तार बरामद हुआ है। एडिशनल डीसीपी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में इन तीनों चीजों का हत्या में इस्तेमाल होने की बात सामने आई है।
पत्नी का गला पहले तार से दबाया
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने पत्नी का गला तार से दबाया, उसके बाद उसके सिर पर डंडे से वार किए। फिर चाकू से भी उसकी गर्दन पर तेज प्रहार किए। 12 साल के बेटे के सिर पर भी घाव के पांच निशान मिले हैं।
पुलिस को इस मामले में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें विनोद ने लिखा है कि वह मेरी मौत के बाद मेरे बच्चों का ध्यान कौन रखेगा, मैं डिप्रेशन से पीड़ित हूं। मेरा बिजनेस भी ठीक नहीं चल रहा है। इसलिए मैं उनको मार रहा हूं। हालांकि पुलिस इस सुसाइड नोट की भी जांच कर रही है।
#आशंका है मारने से पहले नींद की गोली दे दी होगी
इस बात की आशंका जताई जा रही है कि जब विनोद ने वारदात को अंजाम दिया होगा तब पत्नी और उसके बीच संघर्ष हुआ होगा। तब आस पड़ोस में कैसे देर रात चीख-पुकार नहीं सुनी। मकान में ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल विनोद ने किराए पर दिए हुए हैं। तो किरायदारों को चीखें कैसे सुनाई नहीं दी। हालांकि पुलिस इस बात की भी आशंका जता रही है कि हो सकता है कि हत्या से पहले दोनों को नींद की गोली दी गई होगी जिस कारण वे बेसुध होंगे और वारदात को अंजाम दिया गया होगा।
#पांच साल पहले ही खरीदा था घर, नहीं चला व्यापार
परिजनों और पड़ोसियों ने बताया कि निहार विहार थाना इलाके में विनोद पुनिया ने पांच साल पहले ही खुद का मकान खरीदा था। इससे पहले वह किराये के मकान में रहता था। सात साल पहले उसका स्क्रैप का व्यापार था। उसका काम नहीं चला। उसने दो मंजिला मकान बनाया था। वह पत्नी के साथ दूसरी मंजिल पर रहता था। हादसे से उसका बड़ा भाई नितिन काफी विचलित है।
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