कांगड़ा के इस गांव में खुलेआम धंधा करती है महिलाये
कांगड़ा के इस गांव में खुलेआम नशे का धंधा करती है महिलाएं, पुलिस भी कतराती है यहां जाने से.
देश में अभी भी लोग नशे का व्यापार करते हैं। इसी से जुड़ा एक मामला कांगड़ा के गांव से सामने आया है,
जहां जमकर नशे का व्यापार होता है और पुलिस भी गांव में जाने से कतराती है। पंजाब से सटे इस गांव छन्नी की आबादी 700 के पास है लोगों का कहना है कि रोजगार न होने के कारण वे नशे का कारोबार करते हैं।
जहां जमकर नशे का व्यापार होता है और पुलिस भी गांव में जाने से कतराती है। पंजाब से सटे इस गांव छन्नी की आबादी 700 के पास है लोगों का कहना है कि रोजगार न होने के कारण वे नशे का कारोबार करते हैं।
गांव में हर प्रकार का नशा उपलब्ध है बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक नशे का व्यापार करने के लिए.गांव का हाल जाना तो लोगों ने बताया कि रोजगार के न होने से लोग इस व्यापार में हैं, यहां तक कि गांव के प्रधान का भी मानना है कि गांव के लोग नशे का व्यापार करते हैं।
जब मीडिया गांव में गया तो लोगों ने हथियार निकालें हालांकि जब हमारे टीम ने लोगों को समझाया तो वह शांत हो गया और सभी हथियारों को छिपा दिया गया गांव के महिलाओं ने बताया कि इस गांव की 60% महिलाएं विधवा हैं
उनका परिवार चलाने का कोई साधन नहीं है इस कारण से वे नशे बेचते हैं गांव के प्रधान का यही कहना है कि यहां के लोगों को रोजगार मिल रहा है, जिसके चलते वे नशे का व्यापार करते हैं। लोग नशे का व्यापार करना छोड़ना चाहते हैं, लेकिन उन्हें कोई रोजगार साधन नहीं है।गांव के एक व्यक्ति का कहना है कि लोगों को नशे का व्यापार छोड़ना चाहते हैं, लेकिन सरकार को गांव के लोगों की मदद करना और रोजगार उपलब्ध करावा जाना चाहिए। गौड़ युवकों का कहना है कि छन्नी गांव में हर तरह का नशा मिल जाता है । नशे का व्यापार खत्म करना चाहिए बता दें कि इससे पहले, कांगड़ा में संजीव गांधी एसपी थे उन्होंने यहां नशा तस्करों की नाक में दम कर दिया था। बाद में उन्हें यहाँ से बदल दिया गया था लोगों ने उनके तबादले का विरोध भी किया था

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