यह घटना मध्य प्रदेश के टांडाबरूड़ थाना क्षेत्र की है। यहां 12 साल की नाबालिग को साढ़े पांच महीने की प्रेग्नेंसी का मामला सामने आया है। आशचर्य की बात है कि दुष्कर्म करने वाला उसका चचेरा भाई है। वह इंजीनियरिंग का छात्र है। पीड़िता और परिजनों की शिकायत पर आरोपी को खिलाफ केस दर्ज हुआ। इसके बाद पीड़िता का मेडिकल हुआ। परिजन गर्भपात पर अड़ गए हैं, जबकि डॉक्टरों ने पीड़िता और नवजात की जान को खतरा बताया है।
एएसपी अंतरसिंह कनेश ने बताया 12 साल की नाबालिग ने शिकायत में बताया कि छह माह पहले वह घर के पीछे रहने वाले आरोपी लखन दारासिंह जमरे (19) की किराना दुकान पर सामान लेने गई थी। यहां लखन ने दुकान के अंदर बुलाकर दरवाजा बंद कर दिया। उसने दुष्कर्म करने के बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी। डरी-सहमी नाबालिग ने किसी को कुछ नहीं बताया।
आरोपी ने लड़की की चुप्पी का फायदा उठाकर कई बार दुष्कर्म किया। कुछ दिन पहले बच्ची जब बुआ के घर गई तो वहां उसका पेट दर्द होने लगा। बुआ ने जब उसका पेट देखा तो वह फूला हुआ था। इस पर बुआ ने उससे पूछताछ की। बुआ ने उसे भरोसे में लिया तो उसने पूरी कहानी बता दी। बुआ ने इसके बाद परिजनों को जानकारी दी। परिजन उसे थाने लेकर पहुंचे और केस दर्ज करवाया। परिजनों ने बताया कि आरोपी रिश्ते में लड़की का भाई है। फिलहाल वह फरार हो गया है।
परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी पीके मुवैल ने पूरी कहानी सुनी और रिपोर्ट नहीं लिखी। पहले तो दो-तीन घंटे तक हमें बरगलाया। इसके बाद आरोपी युवक के परिजनों को बुलाया। समझौता कराना चाहा, लेकिन हम नहीं माने। हमने पुलिस को कहा कि कुछ होगा तो तुम्हारी जिम्मेदारी होगी। ऐसा लिखित में दो। हम समझौते के लिए तैयार हैं। इसके बाद पुलिस ने बयान लिए और एफआईआर दर्ज की।
पुलिस हमें जिला अस्पताल लेकर आई और मेडिकल करवाया। आरोपी पक्ष जान से मारने और गांव से निकालने की धमकी दे रहा है। माता-पिता का कहना है कि बेटी का गर्भपात कर दो। जबकि डॉक्टरों की टीम का कहना है गर्भ ज्यादा महीने का है। इसलिए नियमानुसार और स्वास्थ्य को देखते हुए गर्भपात होना संभव नहीं है। इससे पीड़िता और नवजात की जान को खतरा है।
No comments:
Post a Comment