यह घटना बेंगलुरु के एक महिला की है जिसने ना बोल पाने वाली अपनी 7 साल की बेटी को फ्लैट से दो बार नीचे फेंक दिया। यह मामला रविवार का है जिसके बाद बच्ची की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। महिला को साथ ही मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला भी बताया है। मृत बच्ची की पहचान श्रेया सरकार (7) के तौर पर हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहली बार गिरने पर बच्ची बच गई, लेकिन उसे गंभीर चोटें आई। इसके बाद आरोपी मां नीचे आई और वापस से बच्ची को ले जाकर नीचे फेंक दिया, जिससे बच्ची की मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद वहां पर इकट्ठा हो गए लोगों ने आरोपी महिला को इलेक्ट्रिक पोल से बांध दिया और पुलिस को सूचना दे दी। आरोपी स्वाति सरकार (36) को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने बताया कि महिला दो साल पहले तक एक टीचर के तौर पर कार्यरत थी। उसका अपने पति से तलाक हो चुका है और वह मानसिक रूप से भी डिस्टर्ब है।
पड़ोसियों ने बताया कि बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर वे बाहर आए तो देखा कि वह खून से लथपथ है। आरोपी महिला को नीचे आते देख सबने सोचा कि वह प्राथमिक उपचार के लिए आ रही है। लेकिन सबके होश उस वक्त उड़ गए जब महिला ने बच्ची को दोबारा फ्लैट से नीचे फेंक दिया। इससे बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई।
पड़ोसियों ने बताया कि पहली बार बच्ची के गिरने के बाद जब लोगों ने उससे पूछा कि वह हॉस्पिटल क्यों नहीं जा रही है, तो आरोपी सभी पर चीखने लगी और बताया कि बच्ची मानसिक तौर पर अस्थिर है। बच्ची को दोबारा फेंकने के बाद उसने कपड़ा बदला और 15 मिनट के बाद नीचे आई। इसके बाद लोगों ने उसे बिजली के खंभे से बांध दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी और उसके पति कंचन सरकार में एक साल पहले तलाक हो गया था। पति ही महिला और बेटी को आर्थिक मदद मुहैया कराता था। बच्ची को बोलने में समस्या थी और वह उससे कुछ बोलवाने की कोशिश करती थी। आरोपी के पति ने बताया कि महिला लगातार बच्ची का उत्पीड़न करती थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी और उसके पति कंचन सरकार में एक साल पहले तलाक हो गया था। पति ही महिला और बेटी को आर्थिक मदद मुहैया कराता था। बच्ची को बोलने में समस्या थी और वह उससे कुछ बोलवाने की कोशिश करती थी। आरोपी के पति ने बताया कि महिला लगातार बच्ची का उत्पीड़न करती थी।
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